चिरंजीव राहो जगी नाम रामा ।
जोवरि रविशशि पाव सुखधामा ॥
जोवरि रविशशि पाव सुखधामा ॥
नाद-सिद्धी सकल वरदान देवो ।
अचल राहो तुझा स्नेह अभिरामा ॥
गीत | – | रामदास कामत |
नाटक | – | धन्य ते गायनी कळा |
गीत प्रकार | – | नमन नटवरा |
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